आचार्य चाणक्य की नीति के अनुसार, इंसान चहेकीटनी भी कोशिश कर ले, कुछ चीजें उसे भाग्य से ही मिलती हैं ।
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जब एक बच्चा मा के गार्ब में पल रहा होता है, तभी उसके भाग्य में पांच चीजें लिख दी जाती है ।
आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी भी इंसान की आयु उसी समय लिख दी जाती है, जब वह मा के गर्भ में होता है । Read More …