ऐसे हुई उत्पत्ति – बेल पेड़ की उत्पत्ति माँ पारवती के पसीने से हुई थी इसलिए इस पेड़ में माँ पारवती के सभी रूप वास करते हैं।
हर भाग में देवी – देवता का वास – बेल पेड़ के जड़ में गिरजा, तनों में माहेश्वरी, शाखाओं में दक्षणयानी, पत्तियों में माँ पार्वती, फलों में कात्यायनी, फूलों में गौरी और बेल के समस्त पेड़ में माँ लक्ष्मी जी निवास करती है।
नोट – यह तमाम जानकारी जनरुचि को ध्यान में रखकर दी जा रही है , ज्योतिष और धर्म के उपाय और सलाहों को अपनी आस्था और विश्वास पर आजमाएं। कंटेंट का उद्देश्य मात्र आपको बेहतर सलाह देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।
By Neeru Rajput